Wednesday, 15 February 2017

****नयी सोच ****

नई सुबह में नई धूप से, चलो खिले एक नए रुप से। 
बीते कल की यादें लेकर, बढें चलें हम उसी प्यार से।। 
प्यार जहाँ हो हर पल दिल में, और मिले हम हरपल खुद से। 
नहीं हो गम ना रोना कोई , बस प्यार ही छलके अंतर्मन से।।

एक अजनबी हसीना से

 Learn to pronounce एक अंजनबी हसीना से ... झील सी आंखों मे उसकी डूब के यूँ रह गया  जुल्फों के साए में कहीं खो गया झीलजैसे चेहरे पर चं...