आज सुबह से शाम हुई, बस यही देखते यही सुनते।
"हैप्पी वैलंटाइन डे" हम तुम्हारे बिन रह नहीं सकते।।
पर क्या है ये असली प्यार का इजहार जो हम करते।
क्या यही है असली प्यार जो बड़ी बड़ी बातें हम करते।
सुने हैं बहूत से अल्फाज़ जो प्यार में परवान हैं चढते।।
पर दिल को लगता सा नहीं कि इसको प्यार है कहते।
पर जो दुनिया देखे शायद उसे ही हम प्यार है कहते।।
मेरी सोच अलग है सबसे प्यार नहीं हम इसको कहते।
दिल में बसी बात को पढ ले, बिना कहे जज़्बात को सुन ले।।
रोती हुई आँख वो पढ ले, दबी हुई सी आह समझ ले।
होठों पर खिले मुस्कान सा, दिल मे छुपा गुबार वो सुन ले।।
जो डरता हो खोने से,और तेरे लिये भगवान से लड ले।
जिसको हो ना खौफ जहां का, तेरी कही राह पर चल दे।।
वही है सच्चा प्यार जहां में, जो तुझमें ही संसार को पढ ले।
कभी जो आँसू छल पडें तो उनको वो पलकों पर रख लें।।
"हैप्पी वैलंटाइन डे" हम तुम्हारे बिन रह नहीं सकते।।
पर क्या है ये असली प्यार का इजहार जो हम करते।
क्या यही है असली प्यार जो बड़ी बड़ी बातें हम करते।
सुने हैं बहूत से अल्फाज़ जो प्यार में परवान हैं चढते।।
पर दिल को लगता सा नहीं कि इसको प्यार है कहते।
पर जो दुनिया देखे शायद उसे ही हम प्यार है कहते।।
मेरी सोच अलग है सबसे प्यार नहीं हम इसको कहते।
दिल में बसी बात को पढ ले, बिना कहे जज़्बात को सुन ले।।
रोती हुई आँख वो पढ ले, दबी हुई सी आह समझ ले।
होठों पर खिले मुस्कान सा, दिल मे छुपा गुबार वो सुन ले।।
जो डरता हो खोने से,और तेरे लिये भगवान से लड ले।
जिसको हो ना खौफ जहां का, तेरी कही राह पर चल दे।।
वही है सच्चा प्यार जहां में, जो तुझमें ही संसार को पढ ले।
कभी जो आँसू छल पडें तो उनको वो पलकों पर रख लें।।
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