यारा तेरी यारी पे जहान वारूं
प्यार से भी प्यारी है बोल क्या करूँ
तू जो नहीं पास तो जहां क्या करूँ
हैरत में खुदा भी की इनका क्या करूँ
सारे दिन की बातें हो तुझसे ही शुरु
और रात के तारे भी मैं तुझपे ही वारूं
दोस्त आज तो लग जा गले
की हार जीत सब तुझ पे वारूं
प्यार से भी प्यारी है बोल क्या करूँ
तू जो नहीं पास तो जहां क्या करूँ
हैरत में खुदा भी की इनका क्या करूँ
सारे दिन की बातें हो तुझसे ही शुरु
और रात के तारे भी मैं तुझपे ही वारूं
दोस्त आज तो लग जा गले
की हार जीत सब तुझ पे वारूं
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