तू छाया है तू काया है,
हूँ धन्य जो तुझको यूँ पाया है
कहीं धूप जो गमों की आये,
तू बन जाए शीतल छाया है
तेरा जग में कोई ना सानी,
तुझको हर कण में पाया है
तेरा ये एहसान है हम पर,
जो तूने इस जग में लाया है
करे निरादर गर जो तेरा,
कभी नहीं वो सफल हो पाया
तेरी सूरत भगवान की मूर्त,
बात यही वो जान ना पाया
करते तुझको नमन आज हम,
स्वर्ग तेरे चरणों में पाया है
माने खुद धन्य आज जो,
जनम तेरी इस कोख से पाया है
तनुजा
हूँ धन्य जो तुझको यूँ पाया है
कहीं धूप जो गमों की आये,
तू बन जाए शीतल छाया है
तेरा जग में कोई ना सानी,
तुझको हर कण में पाया है
तेरा ये एहसान है हम पर,
जो तूने इस जग में लाया है
करे निरादर गर जो तेरा,
कभी नहीं वो सफल हो पाया
तेरी सूरत भगवान की मूर्त,
बात यही वो जान ना पाया
करते तुझको नमन आज हम,
स्वर्ग तेरे चरणों में पाया है
माने खुद धन्य आज जो,
जनम तेरी इस कोख से पाया है
तनुजा
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